श्रीलंका क्रिकेट ने एक अहम फैसला किया है. मैच-फिक्सिंग और स्पोर्ट्स बेटिंग पर अब कड़ी सजा होगी. पिछले कुछ साल में कई स्कैंडल सामने आए हैं, जिससे श्रीलंका की साख पर बट्टा लगा है.
श्रीलंका में खेलों पर सट्टेबाजी पहले से ही गैरकानूनी है. अब लोग विदेशी लीग्स पर भी जुआ नहीं खेल पाएंगे. मैच फिक्सिंग के दोषियों को अब 10 साल तक की जेल हो सकती है. उन पर 100 मिलियन श्रीलंकाई रुपये (करीब साढ़े पांच लाख अमेरिकी डॉलर) का जुर्माना भी लग सकता है. जुए के कारोबार से जुड़े लोगों के रिश्तेदारों को स्पोर्ट्स की लोकल बॉडीज में एंट्री नहीं मिलेगी.
श्रीलंका के पूर्व तेज गेंदबाज दिलहारा लोकुहेट्टिगे को पिछले साल सस्पेंड किया गया था. उन्हें 2017 की एक लीग में करप्शन का दोषी पाया गया था. वह श्रीलंका के तीसरे खिलाड़ी थे जिनपर ICC के एंटी-करप्शन कोड का उल्लंघन करने का आरोप था. पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या और पूर्व तेज गेंदबाज नुवान जोयसा पर आरोप थे. जयसूर्या ने मैच-फिक्सिंग के एक मामले में ICC का सहयोग नहीं किया था. उनपर दो साल का बैन लगा. जोयसा को मैच फिक्सिंग में शामिल होने के लिए सस्पेंड किया गया.
श्रीलंका के खेल मंत्री हरीन फर्नांडो ने कुछ महीने पहले कहा था कि देश का स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है. ICC ने क्रिकेट खेलने वाले देशों में श्रीलंका को सबसे भ्रष्ट बताया था.