धनु संक्रांति: शादियां एक महीने के लिए हो जाती हैं बंद, इन कार्यों को करना होता है वर्जित...

पौराणिक त्योहारों की मान्यताएं सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा से जुड़ी हुई होती है। ऐसे में इन व्रत-त्योहारों में कुछ कार्य करने शुभ तो कुछ कामों को वर्जित माना जाता है। इसी तरह प्रवेश संक्रांति जिसे धनु संक्रांति भी कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक सूर्य का किसी राशि में प्रवेश संक्रांति कहलाता है और जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करते हैं तो इसे धनु संक्रांति कहा जाता है। पौष मास की संक्रांति को धनु संक्रांति कहते हैं, जो कि इस बार 16 दिसंबर को है।



क्या है इसका मुहूर्त-
16 दिसंबर को दोपहर 3 बजकर 28 मिनट पर सूर्य का धनु राशि में प्रवेश होगा। 14 व 15 जनवरी 2020 की रात 2 बजकर 50 मिनट पर मलमास समाप्त होगा। 15 दिसंबर से 9 जनवरी 2020 तक गुरु तारा भी अस्त रहेगा।


इन कामों को करना होता है वर्जित
शादियां भी इस दिन से एक महीने के लिए बंद हो जाएंगी। इसके बाद 15 जनवरी 2020 को मकर संक्रांति से शुभ कार्यों की दोबारा शुरुआत होगी। ज्योतिषियों के अनुसार मलमास में सभी तरह के शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं। धनु संक्रांति के मलमास के दौरान विवाह, उपनयन संस्कार, भूमि खनन, गृहप्रवेश, यज्ञोपवीत जैसे सभी शुभ काम नहीं होंगे। इस दौरान निष्काम कर्म जैसे भजन-कीर्तन किए जा सकते हैं।