ड्रग तस्करी में भारतीय मूल के दो भाइयों ने संलिप्तता की स्वीकार

भारतीय मूल के दो भाईयों ने ब्रिटेन में एक आपराधिक गिरोह की गतिविधियों में संलिप्त होने की बात स्वीकार की। गिरोह नीदरलैंड से चिकन आयात करने वाली नामचीन कंपनियों के जरिये ब्रिटेन में लाखों पाउंड के मादक पदार्थों की अवैध तस्करी में शामिल था।



ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (एसीए) की जांच के बाद मनजिंदर सिंह ठक्कर और देवेंद्र सिंह ठक्कर को गिरफ्तार किया गया। उन्हें अगले साल जनवरी में सजा सुनाई जाएगी। बर्मिंघम की एक अदालत ने इसी सप्ताह इस मामले में गिरोह के दो सरगनों वसीम हुसैन और नजरत हुसैन को तकरीबन 44 साल की कैद की सजा सुनाई थी। 


एनसीए के शाखा परिचालन प्रबंधक कोलिन विलियम्स ने कहा कि इस मामले की दो से तीन साल तक जांच चली। इस दौरान हमने व्यवस्थित तरीके से संगठित अपराध का पर्दाफाश किया, जो वेस्ट मिडलैंड्स में ड्रग्स के आयात और वितरण में शामिल था। तीन मौकों पर चिकन ले जा रहे पानी के जहाजों में लगभग पां मिलियन पाउंड की हेरोइन और कोकीन पकड़ी गई थी।