नई दिल्ली। जियो प्लेटफॉर्म्स को पिछले 1 महीने में चौथा बड़ा इंवेस्टमेंट मिला है। जनरल अटलांटिक ने 1.34% इक्टविटी के लिए जियो प्लेटफॉर्म्स में 6598.38 करोड़ रु के निवेश की घोषणा की है। जनरल अंटलांटिक ने जियो प्लेटफॉर्म्स की कीमत 4.91 लाख करोड़ रु आंकी है। पिछले चार हफ्तों में जियो प्लेटफॉर्म्स में 67194.75 करोड़ रु का इंवेस्टमेंट हुआ है। सबसे पहले फेसबुक निवेश ले कर आया। उसके बाद विश्व के अग्रणी निवेशक सिल्वर लेक एवं विस्टा इक्विटी पार्टनर्स और अब जनरल अंटलांटिकजियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की “फ़ुली ओन्ड सब्सिडियरी” है। ये एक “नेक्स्ट जनरेशन” टेक्नॉलोजी कंपनी है जो भारत को एक डिजिटल सोसायटी बनाने के काम में मदद कर रही है। इसके लिए जियो के प्रमुख डिजिटल एप, डिजिटल ईकोसिस्टम और भारत के नंबर #1 हाइ-स्पीड कनेक्टिविटी प्लेटफ़ॉर्म को एक-साथ लाने का काम कर रही है। रिलायंस जियो इंफ़ोकॉम लिमिटेड, जिसके 38 करोड़ 80 लाख ग्राहक हैं, वो जियो प्लेटफ़ॉर्म्स लिमिटेड की “होल्ली ओन्ड सब्सिडियरी” बनी रहेगी।
रिलायंस इंड्स्टीज लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने इस निवेश पर कहा कि “वैश्विक निवेशक जनरल अटलांटिक का एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में स्वागत करते हुए मैं रोमांचित हूं। मैं कई दशकों से जनरल अटलांटिक से परिचित हूं और भारत की विकास क्षमता में विश्वास के लिए उनका प्रशंसक हूं। भारत को डिजिटल सोसाइटी बनाने का हमारा और जनरल अटलांटिक का विज़न साझा है। 130 करोड़ भारतीयों के जीवन को समृद्ध बनाने में डिजिटलीकरण की परिवर्तनकारी शक्तियों में उनका दृढ़ विश्वास हैं। जनरल अटलांटिक की प्रमाणित वैश्विक विशेषज्ञता और 40 वर्षों के तकनीकी निवेश के अनुभव का लाभ हम जियो के लिए उठाने को उत्साहित हैं।”
• जियो प्लेटफॉर्म्स को चार हफ्तों में मिला चौथा बड़ा इंवेस्टमेंट।
• फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स और अब जनरल अटलांटिक।
• कुल 67194.75 करोड़ रु का इंवेस्टमेंट हुआ है।
जनरल अटलांटिक को प्रौद्योगिकी, उपभोक्ता, वित्तीय सेवाओं और हेल्थकेयर क्षेत्रों में निवेश का 40 वर्षों का अनुभव है। जनरल अटलांटिक की दुनिया भर में विशिष्ट उद्यमियों और कंपनियों को समर्थन देने की एक लंबी परंपरा है, जिसमें एयरबीएनबी, अलीबाबा, एंट फाइनेंशियल, बॉक्स, बाइटडांस, फेसबुक, स्लैक, स्नैपचैट, उबर और अन्य वैश्विक प्रौद्योगिकी लीडर कंपनियां शामिल हैं।
मुकेश अंबानी की प्रशंसा करते हुए जनरल अटलांटिक के CEO बिल फोर्ड ने कहा कि “ग्लोबल टेक्नोलॉजी लीडर और विजनरी एंटरप्रेन्योर्स के लॉंग टर्म समर्थक के रूप में हम Jio में निवेश करने को बेहद उत्साहित हैं। मुकेश की इस धारणा को हम समझते हैं कि डिजिटल कनेक्टिविटी से भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा और देश के विकास को गति दी जा सकती है। जनरल अटलांटिक का विशिष्ट व्यवसायों को स्थापित करने और उनके संस्थापकों के साथ काम करने का एक लंबा ट्रैक रिकॉर्ड है, जैसा कि Jio भारत में डिजिटल क्रांति के क्षेत्र में कर रहा है।"
जियो एक ऐसे “डिजिटल भारत” का निर्माण करना चाहता है जिसका फ़ायदा 130 करोड़ भारतीयों और व्यवसायों को मिले। एक ऐसा “डिजिटल भारत” जिससे ख़ास तौर पर देश के छोटे व्यापारियों, माइक्रो व्यवसायिओं और किसानों के हाथ मज़बूत हों। जियो ने भारत में डिजिटल क्रांति लाने और भारत को दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल ताकतों के बीच अहम स्थान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
रिलायंस जियो के निदेशक आकाश अंबानी ने कहा कि “हमें खुशी है कि जनरल अटलांटिक जैसा एक प्रसिद्ध वैश्विक निवेशक भारत और भारतीयों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की हमारी यात्रा में भागीदारी कर रहा है। Jio एक डिजिटल रूप से समावेशी भारत बनाने को प्रतिबद्ध है, जो प्रत्येक भारतीय नागरिक और विशेष रूप से हमारे उच्च प्रतिभाशाली युवाओं के लिए अपार संभावनाएं प्रदान करेगा। जनरल अटलांटिक के समर्थन और साझेदारी से Jio की युवा टीम को कहीं अधिक महत्वाकांक्षी लक्ष्य प्राप्त करने की उर्जा मिलेगी।“
जियो ने विश्व स्तरीय डिजिटल प्लैटफ़ॉर्म बनाने की प्रक्रिया में अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया है जिनमें शामिल हैं – ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी, स्मार्ट डिवाइसेज़, क्लाउड और एज कंप्यूटिंग, बिग डेटा एनालिटिक्स, आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स, ऑग्मेंटेड रिएलिटी, मिक्स्ड रिएलिटी और ब्लॉकचेन। जियो ने एक नई डिजिटल दुनिया बनाई है जिसमें नेटवर्क, डिवाइसेस, एप्लिकेशंस, कॉन्टेंट, सर्विस एक्स्पीरियेंसेज़ सब शामिल हैं – और ये डिजिटल वर्ल्ड, भारत के ग्राहकों को उपलब्ध है-वो भी किफ़ायती दामों पर। कोविड-19 संकट के समय में भी जियो प्लैटफ़ॉर्म्स ने बेहतरीन सर्विस देकर लोगों का भरोसा जीतते हुए भारत की “डिजिटल लाइफ़लाइन” बनने का गौरव हासिल किया है।