नई दिल्ली। रुपये का राइट इश्यू मंगलवार को करीब 30 फीसदी ओवर सब्सक्राइब हो गया। किसी भी गैर वित्तीय कंपनी या संस्थान का पिछले 10 वर्षों में यह दुनिया का सबसे बड़ा राइट इश्यू है। शेयर बाजार से मिली जानकारी के अनुसार इस इश्यू में कंपनी ने अपने शेयरधारकों को 42.26 करोड़ शेयर ऑफर किए हैं जबकि बंद होने से एक दिन पहले दो जून तक 54.9 करोड़ शेयरों के लिए बिड मिल चुकी है। यानी रिलायंस का राइट इश्यू 1.3 गुना सब्सक्राइब हो चुका था। राइट इश्यू बुधवार तक ओपन है। निवेशकों को शेयर खरीदने का आखिरी मौका 3 जून तक मिलेगा।
राइट्स इश्यू के ओवरसब्सक्रिप्शन का एक ही मतलब है कि शेयरधारक अपने एंटाइटेलमेंट से अधिक शेयरों के लिए भाव लगा रहे हैं। कल राइट इश्यू में निवेश का आखिरी दिन है और सब्सक्रिप्शन की संख्या और बढ़ने की उम्मीद है। रिलायंस में 25 लाख से अधिक रिटेल शेयरधारकों के अलावा 1700 से अधिक संस्थागत शेयरधारक हैं। इनमें देशी और विदेशी दोनों तरह के संस्थान शामिल हैं।
मुकेश अंबानी ने पिछले साल अगस्त में 2021 तक कर्ज में कटौती की योजना का खुलासा किया था। उसी योजना के तहत यह राइट इश्यू लाया गया है। इसके अलावा जियो प्लेटफॉर्म्स में इक्विटी बेच कर भी कर्ज को कम करने की कोशिश की जा रही है। रिलायंस की फुली ओन्ड सब्सिडरी जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेशकों की झड़ी लगी है। अमेरीकी कंपनी फेसबुक इंक समेत 5 बड़े निवेशक जियो प्लेटफॉर्म्स में 78,562 करोड़ रु का निवेश कर चुके हैं। भारत की किसी टेक्नोलॉजी कंपनी में यह अबतक का सबसे बड़ा निवेश है। रिलायंस तीन दशकों में यह पहला राईट इश्यू लाई है और पंद्रह शेयर पर एक शेयर ऑफर किया जा रहा है।